अजमेर दरगाह में शिव मंदिर होने का दावा,ASI सर्वे कराए जाने की मांग,कोर्ट ने मंजूर की याचिका, सभी पक्षकारों को नोटिस…?
याचिका में अजमेर के हर विलास शारदा द्वारा वर्ष 1911 में लिखी पुस्तक का हवाला...।

राजस्थान के अजमेर दरगाह में शिव मंदिर होने के दावा वाली याचिका कोर्ट ने मंजूर कर ली है। मामले में सभी पक्षकारों को नोटिस भेजा गया है।बता दें कि मामले में कल यानी मंगलवार को भी सुनवाई हुई थी। आज भी न्यायालय में सुनवाई हुई और न्यायालय ने वाद को स्वीकार करते हुए दरगाह कमेटी, अल्पसंख्यक मामलात व भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण धरोहर को नोटिस जारी करने के आदेश जारी करने का फैसला दिया है। वादी विष्णु गुप्ता की ओर से हरदयाल शारदा की ओर से लिखी पुस्तक का हवाला देते हुए वाद प्रस्तुत किया गया था, जिसमें उन्होंने अजमेर की दरगाह में शिव मंदिर होने का दावा किया है। इस मामले में अगली सुनवाई 20 दिसंबर 2024 को की जाएगी
संभल के जामा मस्जिद में सर्वे की अनुमती देने के बाद उसपर जमकर बवाल हुआ। सर्वे करने के लिए जब टीम जामा मस्जिद पहुंची को पथराव की घटना सामने आई, जिसने काफी हिंसक रूप ले लिया। इस बीच खबर आ रही है कि अजमेर के दरगाह में शिव मंदिर का दावा किया गया है।
बताते चलें, इससे पहले हिंदू सेना की तरफ से मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष याचिका पेश की गई थी। हालांकि, न्यायाधीश प्रीतम सिंह ने ये कहकर सुनवाई से इनकार कर दिया था कि यह उनके क्षेत्राधिकार से बाहर है। इसके बाद जिला अदालत में याचिका पेश की गई।
अजमेर की ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में संकट मोचन महादेव मंदिर होने का दावा करने वाली याचिका को अजमेर सिविल न्यायालय पश्चिम ने सुनने योग्य माना है। कोर्ट ने अल्पसंख्यक मंत्रालय, दरगाह कमेटी अजमेर और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग को नोटिस देकर पक्ष रखने को भी कहा है।
हिंदू सेना संगठन ने दाखिल की याचिका
बता दें, हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता की ओर से यह याचिका दाखिल की गई थी। वादी विष्णु गुप्ता की याचिका पर संज्ञान लेते हुए जस्टिस मनमोहन चंदेल ने दरगाह कमेटी, अस्पसंख्यक मामलात व एएसआई को समन नोटिस जारी करने का निर्देश दिया है।
2022 में पूर्व सीएम गहलोत और केंद्र को लिखी थी चिट्ठी
कोर्ट ने मामले में 5 दिसंबर को सुनवाई की तारीख तय की है। हिंदू संगठन लगातार लंबे समय से दावा करता आ रहा है कि यहां मंदिर हुआ करता था। हिंदू संगठन महाराणा प्रताप सेना ने 2022 में अजमेर दरगाह में हिंदू मंदिर होने का दावा किया था। इस मामले में उन्होंने राजस्थान के तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और केंद्र सरकार को चिट्ठी भी लिखी थी। महाराणा प्रताप सेना के पदाधिकारियों ने चिट्ठी के साथ एक तस्वीर भी भेजी थी, जिसमें दरगाह की खिड़कियों पर स्वास्तिक के निशान होने का दावा किया गया था।
संभल हिंसा मामले में अबतक 7 FIR दर्ज
वहीं संभल में हुई हिंसा के मामले में मुरादाबाद के डिविजनल कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि अब तक 7 FIR दर्ज की गई हैं, 22 लोगों को नामजद किया गया है और 27 को गिरफ्तार किया गया है। 74 लोगों की पहचान की गई है और अन्य की पहचान की प्रक्रिया जारी है। हमारी प्राथमिकता स्थिति को सामान्य करना है। लोग सहयोग कर रहे हैं, न केवल जांच के लिए, बल्कि स्थिति को सामान्य करने के लिए भी। फिलहाल हम सबूत एकत्रित करने का काम कर रहे हैं, जिसके आधार पर हम आगे की कार्रवाई करेंगे।