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आस्था के समुद्र में बवंडर…मेहंदीपुर बालाजी में बाउंसरो ने श्रद्धालुओं पर कहर की तरह बरसाए डंडे महिलाओं को भी नहीं बख़्शा।

ए...ए ...भइया, क्यों मार रहे हो छोड़ दीजिए…’ मेहंदीपुर बालाजी में भक्तों पर बाउंसरों का कहर, जम कर बरसाए डंडे; फोड़ दिए सिर,घायलों का उपचार जारी।

राजस्थान के दौसा ज़िले में स्थित आस्था धाम मेहंदीपुर बालाजी मंदिर देश विदेश में चमत्कार विश्वास से अपनी अनूठी पहचान से प्रसिद्ध है। मारपीट की एक वारदात ने पूरे देश में इसे विवादों में ला खड़ा किया है। आस्था और विश्वास का केंद्र माने जाने वाले इस मंदिर में बीते दिन रविवार का जो नज़ारा था वो बोहोत भयावह और डरावना था।

 

घटना रविवार दोपहर की है, जब मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतार लगी हुई थी. इसी दौरान लाइन में लगने को लेकर कुछ श्रद्धालुओं, जिनमें महिलाएं भी शामिल थीं, की ट्रस्ट द्वारा तैनात बाउंसरों से कहासुनी हो गई. इसके बाद बाउंसरों ने गाली-गलौज करते हुए महिलाओं पर लाठियों से हमला कर दिया. मारपीट में कई श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनमें कुछ के सिर फट गए.

नियम कानून और महिलाओं की नैतिक सुरक्षा की जिम्मेदारी होने के बाद भी बाउंसरों ने महिला पुरुषों पर जमकर लाठियां से कहर बरसाया और आस्था धाम को जो कलंकित करने का जो घोर निंदनीय अपराध किया उससे श्रद्धालुओं डरे हुए हैं।

बाउंसरों ने बेरहमी से श्रद्धालुओं को पीटा

वायरल वीडियो में दिख रहा है कि श्रद्धालुओं की भीड़ लगी है. वहीं कुछ बाउंसर लोगों से बहस करने लगते हैं. तभी डंडे लेकर बाउंसर श्रद्धालुओं को पीटने लगते हैं. महिला श्रद्धालुओं के साथ भी मारपीट होती है. कुछ लोग बाउंसरों से कहते हैं- ए…ए भइया, छोड़ दीजिए…बावजूद बाउंसर उन्हें पीटते रहते हैं. इसमें एक लड़के के सिर से खून भी निकलता नजर आता है. वीडियो में काफी गाली-गलौज है.

लोगों ने आरोप लगाए और कहा कि बालाजी घटना मंदिर ट्रस्ट के कार्य पर भी बड़े सवाल खड़े करती है देश विदेश से श्रद्धालु दर्शन करने आते है ऐसे में श्रद्धालुओं की सुरक्षा और गरिमा पर गहरा घात हुआ है

पूरे मामले में मंदिर प्रशासन शांत

इतना सब कुछ होने के बाद भी मंदिर ट्रस्ट की ओर से कोई ज़िम्मेदारी नहीं ली गई है मंदिर ट्रस्ट चुप्पी साधे रखा है इस घटना के बाद लोगों का कहना है कि मंदिर ट्रस्ट के जवाब देही तय हो

मंदिर ट्रस्ट की कार्यप्रणाली पर लोगों ने उठाए सवाल।

इस पूरी घटना ने मंदिर ट्रस्ट की कार्यप्रणाली पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं. सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब मंदिर में महिला श्रद्धालु बड़ी संख्या में आती हैं, तो महिला बाउंसरों की नियुक्ति क्यों नहीं की जाती? वर्तमान में पूरे मंदिर परिसर में केवल पुरुष बाउंसर ही तैनात हैं, जो भीड़ को नियंत्रित करने के नाम पर अक्सर शक्ति का दुरुपयोग करते हैं.ऐसे में महिला श्रद्धालुओं के साथ पुरुष बाउंसरों की धक्कामुक्की और अभद्रता गंभीर चिंता का विषय है. जब इस मुद्दे पर मंदिर ट्रस्ट के सचिव मनोज माथुर से संपर्क करने की कोशिश की गई, तो उन्होंने कई बार कॉल करने पर भी फोन नहीं उठाया.

शिकायत पर तत्काल हुई कार्रवाई।

श्रद्धालुओं के साथ हुई मारपीट की घटना के बाद टोडाभीम थाने में शिकायत दर्ज करवाई गई जिसके आधार पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए तीन बाउंसरों को हिरासत में ले लिया है हालाँकि इस पूरे मामले में मद्दे ट्रस्ट के सेक्रेटरी मनोज से सम्पर्क करने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने बार बार कॉल करने के बावजूद फ़ोन नहीं उठाया।

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