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हेमराज सुमन समेत 16 गिरफ्तार, 10 महिला सदस्य भी हनीट्रैप नेटवर्क में सक्रिय।

10 साल पुराना गैंगस्टर नेटवर्क उजागर — SIT जांच में अब सामने आएंगे बड़े चेहरे”

10 साल से राजस्थान-मध्यप्रदेश में एक्टिव था ‘हेमराज सुमन गैंग’, ट्रैक्टर खुर्दबुर्द से लेकर हनीट्रैप तक — संगठित अपराध का जाल ध्वस्त”
व्यापारियों को हनीट्रैप में फंसा कर वसूली, गरीबों के नाम पर ट्रैक्टर लोन लेकर खुर्दबुर्द — झालावाड़ पुलिस ने खोला करोड़ों का खेल।

ब्यूरो चीफ मनोज कुमार सोनी जयपुर, 7 अक्टूबर: झालावाड़ पुलिस ने संगठित अपराध के बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। यह गैंग पिछले एक दशक से राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में सक्रिय थी और ट्रैक्टर खुर्दबुर्द, फर्जी बीमा क्लेम, हनीट्रैप और ब्लैकमेलिंग के जरिए लाखों रुपए की अवैध वसूली कर रहा था। मुख्य सरगना हेमराज सुमन, जो पहले से हिस्ट्रीशीटर है, अपने साथियों के साथ एक संगठित अपराध सिंडिकेट चला रहा था। पुलिस ने अब तक 16 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें तीन इनामी अपराधी और 10 महिला सदस्य शामिल हैं।

1️⃣ ट्रैक्टर खुर्दबुर्द रैकेट: गैंग गरीब ग्रामीणों को झांसे में लेकर उनकी जमीन पर ट्रैक्टर लोन करवाता था। लोन से नया ट्रैक्टर उठवाने के बाद उसे फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी से बेच दिया जाता, और फिर झूठी चोरी की रिपोर्ट दर्ज कर बीमा कंपनी से क्लेम लिया जाता था। इस तरह से करोड़ों का फर्जीवाड़ा हुआ।
2️⃣ हनीट्रैप और ब्लैकमेलिंग नेटवर्क: गैंग की 10 महिला सदस्य व्यापारियों और संपन्न लोगों को अपने जाल में फंसाती थीं। बाद में कुछ पुरुष सदस्य पुलिस की वर्दी पहनकर उन्हें धमकाते, झूठे छेड़छाड़ या दुष्कर्म के केस दर्ज कराने की धमकी देते और लाखों रुपए की वसूली करते थे।

पुलिस का एक्शन प्लान- झालावाड़ एसपी अमित कुमार के नेतृत्व में टीम ने रैकेट का भंडाफोड़ किया। गहन पूछताछ के बाद रविवार 05 अक्टूबर को तीन इनामी अपराधियों
🔹 सुनील माली (25), निवासी सारोला
🔹 गोलू बंजारा (23), निवासी सांगोद
🔹 प्रदीप धाकड़ (32), निवासी तेजगढ़ थाना सदर बारां
— को गिरफ्तार किया गया।

इनसे मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने 3 लग्जरी कारें (स्विफ्ट, i20 आदि) जब्त की हैं। अब तक कुल 16 गिरफ्तारी हो चुकी हैं, जिनमें गैंग लीडर हेमराज सुमन और मुख्य महिला आरोपी सीमा मीणा शामिल हैं।

महिला सदस्यों का नेटवर्क- गैंग की महिला सदस्यों की पहचान भी पुलिस ने उजागर कर दी है – सीमा शर्मा उर्फ सीमा मीणा (बारां) सीमा राजपूत (मध्यप्रदेश) हेमलता मीणा (कोटा) भूरी बाई उर्फ सुनीता (झालावाड़) मुस्कान राजपूत (इंदौर),संध्या उर्फ गोलू वाल्मीकि (इंदौर), लीलाबाई भील (मध्यप्रदेश),मनीषा ढोली,छोटी बाई माली,लाड बाई माली (सारोला) ये महिलाएं पहले भी कोटा, बारां, खानपुर जैसे थानों में हनीट्रैप मामलों में पकड़ी जा चुकी हैं।

SIT का गठन और गहन जांच शुरू- मामले की गंभीरता को देखते हुए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) गठित की गई है। जांच में सामने आया है कि गैंग ने अवैध कमाई से संपत्तियाँ खरीदीं और अन्य धंधों में निवेश किया। पुलिस अब बैंक अकाउंट्स, प्रॉपर्टी रिकॉर्ड, मोबाइल डेटा की जांच कर रही है ताकि पूरे नेटवर्क को खत्म किया जा सके।

पुलिस की चेतावनी और अपील- एसपी अमित कुमार ने कहा “ऐसे संगठित अपराधों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। कोई भी व्यक्ति संदिग्ध गतिविधि देखे तो तुरंत सूचना दें। गैंग के बाकी सदस्यों की तलाश जारी है। अजनबी से फाइनेंस या लोन में सहयोग न लें। किसी के झांसे में आकर झूठे बीमा क्लेम या अवैध सौदे में शामिल न हों। सोशल मीडिया या फोन पर अनजान महिला से बातचीत में सावधानी रखें।

यह कार्रवाई न केवल एक दशक पुराने अपराध नेटवर्क को खत्म करने की दिशा में कदम है, बल्कि यह संदेश भी देती है कि पुलिस अब ऐसे संगठित अपराधों के खिलाफ ‘सख्त से सख्त’ रुख अपनाएगी। SIT की रिपोर्ट से आने वाले दिनों में और बड़े खुलासों की उम्मीद है।

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