प्रदूषण खबर

पाकिस्तान से आ रही जहरीली हवा?:सर्दी में हर बार 15 से ज्यादा शहर होते हैं प्रभावित, जानिए- क्यों घुटने लगता है दम….?

15 से ज्यादा शहरों का AQI स्तर काफी खराब हो गया है। हवा में कोहरे की तरह छाई प्रदूषण की परत के पीछे पाकिस्तान से आ रही उत्तर-पश्चिम हवाओं को कारण माना जा रहा है।

 

पाकिस्तान के मुल्तान और लाहौर से उठने वाला धुआं राजस्थान की हवा को जहरीला बना रहा है।

 

 

राजस्थान के 15 से ज्यादा शहरों का AQI स्तर काफी खराब हो गया है। हवा में कोहरे की तरह छाई प्रदूषण की परत के पीछे पाकिस्तान से आ रही उत्तर-पश्चिम हवाओं को कारण माना जा रहा है।

पिछले 5 दिनों से पाकिस्तान के मुल्तान और लाहौर शहर का AQI का स्तर 1500 से पार चल रहा है। इन्हीं शहरों के प्रदूषण का असर राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और गुजरात में नजर रहा है। एक साथ तीन प्रदेशों में बनी इस प्रदूषण की स्थिति को लेकर दैनिक भास्कर ने मौसम विज्ञान केंद्र, जयपुर के डायरेक्टर राधेश्याम शर्मा से कारणों को समझा।

सामने आया कि प्रदूषण सभी क्षेत्रों में हर समय बना रहता है। लेकिन इस सीजन में विशेष स्थिति पैदा हो जाती है। जिसके कारण प्रदूषण कोहरे की परत नजर आती है। दूसरा उत्तर-पश्चिमी हवाओं सहित पराली जलाने की घटनाओं से प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है। पढ़िए ये रिपोर्ट…

मौसम वैज्ञानिक राधेश्याम शर्मा ने मैप के जरिए बताया कि कैसे पाकिस्तान से उत्तर-पश्चिमी हवा राजस्थान प्रवेश करती हैं।
मौसम वैज्ञानिक राधेश्याम शर्मा ने मैप के जरिए बताया कि कैसे पाकिस्तान से उत्तर-पश्चिमी हवा राजस्थान प्रवेश करती हैं।
सर्दियों में हवा की स्पीड कम होना बड़ा कारण

मौसम वैज्ञानिक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि सर्दियों के मौसम में उत्तर-पश्चिम हवा का दौर चलता है। इस समय हवा की स्पीड काफी कम होती है। ये हवा 5 से 6 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से आगे बढ़ती है। जबकि गर्मियों में स्पीड 20-25 किलोमीटर प्रतिघंटा होती है।

इधर पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी से सर्दी का भी असर तेज हो जाता है। इसी कारण से हवा का घनत्व (डेंसिटी) काफी कम हो जाता है। ऐसे में स्थानीय स्तर पर जो प्रदूषण होता है, उड़ने वाले धूल के कण, फैक्ट्रियों से निकला धुआं हवा में घुल नहीं पाते।

ये सारा प्रदूषण इकट्ठा होकर हवा की निचली सतह पर ही कोहरे की परत बना देता है। इससे वायु का स्तर खराब हो जाता है। इस कारण सांस लेने में भी परेशानी होती है।

दिल्ली तक पहुंचने वाली पाकिस्तान की ये हवा राजस्थान सहित कई राज्यों को प्रभावित कर रही है।
दिल्ली तक पहुंचने वाली पाकिस्तान की ये हवा राजस्थान सहित कई राज्यों को प्रभावित कर रही है।
पाकिस्तान से राजस्थान में हवा की एंट्री का रूट?

मौसम वैज्ञानिक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि प्रदूषण भरी यह हवा पाकिस्तान के मुल्तान व सिंध की तरफ से उठती है। इनकी दिशा उत्तर-पूर्व की तरफ रहती है। जो राजस्थान में उत्तर-पश्चिम की तरफ से एंटर होती है।
सबसे पहले यह हवा श्रीगंगानगर और बीकानेर के रास्ते प्रवेश करती है। इसके बाद यह जोधपुर, चुरू, झूंझनू, सीकर, अलवर, जयपुर, अजमेर, ब्यावर, राजसमंद, चित्तौड़गढ, उदयपुर, डुंगरपुर होते हुए गुजरात या अरब की खाड़ी की तरफ चली जाती है।
ज्यादातर हवा की स्पीड काफी कम होती है। ऐसे में अजमेर और ब्यावर तक पहुंचने के बाद हवा में धुंध का असर खत्म हो जाता है।
राजस्थान के कई शहरों में बीते कुछ दिन से वायु गुणवत्ता खराब से बहुत खराब स्तर पर पहुंच गई है।
राजस्थान के कई शहरों में बीते कुछ दिन से वायु गुणवत्ता खराब से बहुत खराब स्तर पर पहुंच गई है।
पराली जलाने से भी खराब होती है गुणवत्ता

मौसम वैज्ञानिक शर्मा ने बताया कि वतावरण में प्रदूषण और धूल के उड़ने का स्तर हर समय लगभग उतना ही रहता है। ऐसा नहीं है कि अचानक से वाहनों या फिर फैक्ट्रियों से निकलने वाला धुआं बढ़ गया। सर्दी को छोड़कर राजस्थान में हर समय हवा की स्पीड काफी तेज होती है। तेज हवा में सारे तत्व घुल जाते हैं। जिसके कारण धुंध जैसी स्थिति पैदा नहीं होती है।

सर्दियों के समय सिंधु-गंगा के मैदानी भागों में वायु प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ जाता है। इधर, उत्तर भारत के किसान पराली जलाना शुरू कर देते हैं। यह सभी स्थितियां पैदा होने से वायु की गुणवत्ता का स्तर गिर जाता है।

राजस्थान के इन जिलों में खराब हुआ AQI लेवल

21 नवंबर की बात करें तो AQI लेवल भिवाड़ी में 323, चूरू में 265, सीकर 228, जयपुर में 224, हनुमानगढ़ में 202, झूंझनूं में 199, भरतपुर में 186, श्रीगंगानगर में 186, जोधपुर में 180 और अलवर में 172 दर्ज किया गया है। वहीं, बीकानेर,फलोदी, बालोतरा सहित 5 शहरों में हवा की क्वालिटी खराब रही।

पाकिस्तान-अफगानिस्तान की धूल बढ़ा रही प्रदूषण

हाल ही में नेशनल फिजिकल लेबोरेटरी के वैज्ञानिकों ने एक रिपोर्ट जारी की है। उस रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान व अफगानिस्तान की धूल-मिट्‌टी राजस्थान व दिल्ली के प्रदूषण को बढ़ा रही है। ​​​​​सर्दियों में दिल्ली की 72% हवा उत्तर पश्चिम से आती है। इन हवाओं के साथ राजस्थान, पाकिस्तान और अफगानिस्तान की धूल मिट्टी दिल्ली-NCR के इलाके में पहुंच जाती है। वहीं, थर्मल इन्वर्जन के कारण प्रदूषण वायुमंडल की ऊपरी परत पर फैल नहीं पाता।

पाकिस्तान के मुल्तान-लाहौर में क्यों है सबसे ‘जहरीली’ वायु?

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजस्थान के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा लगती है। पाकिस्तान के पंजाब का मुल्तान और लाहौर इस समय दुनिया के सबसे प्रदुषित शहरों में शुमार है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मुल्तान में इतनी खराब एयर क्वालिटी के पीछे कोयले से बिजली का ज्यादा उत्पादन, इंडस्ट्री से निकलने वाला धुआं और वाहनों में खराब क्वालिटी के पेट्रोल-डीजल का इस्तेमाल है। यही कारण है कि वहां एयर क्वालिटी का लेवल इन दिनों 2000 के करीब है, जो अति गंभीर श्रेणी में आता है।

राजस्थान में वायु प्रदूषण का ये असर कब तक रहेगा?

इस सवाल के जवाब में मौसम वैज्ञानिक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि अगर अगले 7 दिनों की बात करें तो प्रदेश के मौसम में ऐसा कोई भी बड़ा बदलाव होता नजर नहीं आ रहा है। नवंबर के आखिरी में कोई बड़ा वेस्टर्न डिस्टर्बेंस पैदा होने पर ही सुधार होगा। बारिश या नमी से ही यह कोहरा कम होगा तो वायु की गुणवत्ता का स्तर बढ़ेगा।

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बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए खैरथल-तिजारा जिले के सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में छुट्‌टी कर दी गई है। 20 से 23 नवंबर तक पहली से पांचवीं कक्षा तक के बच्चे स्कूल नहीं जाएंगे। मंगलवार को इसका आदेश खैरथल के कलेक्टर किशोर कुमार ने जारी किया है।

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